कोहली ने मैच के बाद ब्रॉडकास्टर से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो हमने मैच उनके हाथों में दे दिया।’ “हम हारने के लायक ही थे क्योंकि हम मैदान पर पेशेवर नहीं थे। गेंदबाज़ों ने अच्छी जगहों पर गेंदबाज़ी की, लेकिन हम मौक़ों को भुना नहीं पाए। टी20 क्रिकेट में इसे आप मुफ़्त का तोहफ़ा कहते हैं और हमने सचमुच उन्हें जीत दिला दी। जो कि मेरे लिए आदर्श नहीं है क्योंकि हम अपने खेलने के तरीक़े पर गर्व करते हैं और आज रात हम अपने स्तर के अनुसार नहीं खेल पाए और इसे स्वीकार करने में हमें कोई शर्म नहीं है। कुछ अहम लम्हों पर मिले मौक़ों को हम भुना नहीं पाए। चार-पांच ओवरों की ऐसी अवधि थी, जहां हमने मौक़े गंवाए जिसकी वजह से हमें लगभग 25 से 30 रनों का नुकसान हुआ।”
राणा ने अगले ही ओवर में हर्षल को दो छक्के जड़े और 17वें ओवर में वैशाख की गेंदों पर दो चौके और एक छक्का भी जमाया। आरसीबी ने आख़िरी चार ओवरों में 50 रन दिए, जिससे केकेआर को 200 रन बनाने में मदद मिली।
आरसीबी ने पावरप्ले में 58 रन बनाने के बावजूद, फ़ाफ़ डुप्लेसी, शाहबाज़ अहमद और ग्लेन मैक्सवेल के तीन विकेट गंवा दिए। इसके बाद कोहली ने इस सीज़न का अपना पांचवां अर्धशतक लगाया और महिपाल लोमरोर के साथ 55 रनों की साझेदारी भी की । लेकिन यह जोड़ी जल्दी ही टूट गई, जो हार का कारण बनी।
कोहली ने कहा, “बल्ले से हमने अच्छी शुरुआत की लेकिन कई बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गए। जो गेंदें विकेट लेने वाली नहीं थीं, पारी में चार-पांच बार, उनको भी हमने फील्डर्स के हाथों में दे मारा। ये क्रिकेट की वो बारिक बातें होती है, जिनसे आप एक टीम के रूप में बचना चाहते हैं। और जब एक मैच में ऐसा छह-सात बार होता है, तो हार मिलना तय होता है।”
“विकेट गंवाने के बाद भी, एक साझेदारी ने हमें मैच में वापस ला दिया था। हम लक्ष्य के क़रीब पहुंचने से सिर्फ एक और साझेदारी दूर थे। हमें बस उन बातों की पहचान करनी होगी जो आज रात सही नहीं हुई और सस्ते में अपने विकेट नहीं गंवाने हैं।”
Source: ESPN Crickinfo